विशेषण किसे कहते हैं | Visheshan Kise Kahate Hain

विशेषण किसे कहते हैं | Visheshan Kise Kahate Hain

नमस्कार दोस्तों, आज की इस लेख में हम जानेंगे की विशेषण किसे कहते हैं ? विशेषण शब्द भेद का एक भाग हैं जिसे आज हम पढने वाले हैं आज की इस लेख में विशेषण के बारे में आप विस्तृत जानकारी प्राप्त करेंगे| आइये इसे विस्तृत तरीके से पढ़े|

विशेषण किसे कहते हैं | Visheshan Kise Kahate Hain

जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम के बारे में विशेषता बताते हैं या उनके बारे में कुछ अतरिक्त जानकारी प्रदान करते हैं, उन्हें विशेषण कहते हैं। विशेषण शब्द संज्ञा या सर्वनाम के रूप – रंग , गुण – दोष , दशा अवस्था , आकार प्रकार संबंधी विशेषताएँ व्यक्त करते हैं।

जब कोई शब्द संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया इत्यादि शब्द के साथ अंत में जोड़ी जाती हैं तो वह शब्द विशेषण के रूप में बदल जाती हैं

विशेषण किसे कहते हैं

विशेषण के उदाहरण | Visheshan Ke Udaharan

  • रवि बहुत कायर हैं।
  • आप एक अच्छे लेखक हैं।
  • अमृतसर एक स्वच्छ शहर हैं।
  • पवन एक भोला लड़का हैं।
  • रमेश के पास सिर्फ एक ही पुस्तक हैं।
  • राजू के पास चार किताबे हैं।

ऊपर दिए गये उदाहरणों में बोल्ड अक्षरों में लिखा गया शब्द ( कायर, अच्छे, स्वच्छ, भोला, एक, चार ) विशेषण हैं

विशेषण की पहचान कैसे होती है?

जब भी किसी वाक्य में विशेषण का पता करना होता हैं तो ऐसे में वाक्यों में संज्ञा या सर्वनाम के पहले कैसा/कैसी/कैसे अथवा कितना/कितनी/कितने को जोड़कर प्रश्न करने पर जो उत्तर मिलता हैं उसे विशेषण कहते हैं।

विशेष्य किसे कहते हैं

जब किसी भी वाक्य में विशेषण जिन संज्ञा या सर्वनाम शब्दों की विशेषता के बारे में बताया जाता है उन्हें विशेष्य कहते हैं। अत: हम सकते है की संज्ञा और सर्वनाम ही विशेष्य कहलाते हैं।

प्रविशेषण किसे कहते हैं

जब किसी वाक्य में कोई शब्द विशेषण शब्द की विशेषता बताता है तो उसे प्रविशेषण कहते है।
जैसे: वह बहुत मोटा व्यक्ति हैं

इस वाक्य में मोटा की विशेषता कौन बता रहा हैं “बहुत” तो वह शब्द प्रविशेषण कहते हैं।

इसे भी पढ़े: संज्ञा किसे कहते हैं, परिभाषा, प्रकार

गुणवाचक विशेषण किसे कहते हैं

गुणवाचक विशेषण: जो विशेषण शब्द अपने विशेष्य के गुण – दोष , आकार प्रकार , रंग – रूप , स्पर्श आदि विशेषताओं का बोध कराते हैं, उन्हें गुणवाचक विशेषण कहते हैं।

गुण: परिश्रमी , अच्छा , ईमानदार आदि।
आकार: गोल , चपटा , चौड़ा आदि।
रंग: लाल , पीला , नीला आदि।
स्वाद: खट्टा मीठा , कड़वा आदि।
अवस्था: दयनीय , दरिद्र , वृद्ध आदि।
स्थिति: उदास , डाँवाडोल , स्थिर आदि।
रूप: सुंदर , गौरवर्ण , साँवला आदि।
स्पर्श: कोमल , कठोर , मखमली आदि।
गंध: सुगंधित , मोहक , दुर्गंधयुक्त आदि।
दशा: अमीर , गरीब , बलवान आदि।
स्थान: बाहरी , ग्रामीण , विदेशी आदि ।
दोष: आलसी , बुरा , बेईमान आदि ।
दिशा – उत्तरी , दक्षिणी , पूर्वी , पश्चिमी आदि ।
प्रकार: विराट , चौरस , विशाल आदि ।
काल: प्राचीन , आधुनिक , वदिक आदि ।

विशेषण को बेहतर तरीके से समझने के लिए विडियो

विशेषण किसे कहते हैं

परिमाणवाचक विशेषण किसे कहते हैं

जिस संज्ञा या सर्वनाम के शब्दों से माप-तोल की ओर संकेत करने वाले विशेषण शब्द का पता चलता हो उसे हम परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं। परिमाणवाचक विशेषण दो प्रकार के होते हैं।

निश्चित परिमाणवाचक विशेषण: जो विशेषण शब्द संज्ञा के निश्चित परिमाण का बोध करवाते हैं , उन्हें निश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं।
जैसे: दो किलो अनार ले आना।
मुझे 10 किलो चावल दो।
मुझे 1 लीटर वाली पानी की बोतल चाहिए।

अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण: जो विशेषण शब्द संज्ञा या सर्वनाम के किसी निश्चित परिमाण का बोध नहीं करवाते , उन्हें अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं।
जैसे: थोड़े चावल पक्षियों को डाल दो।
मुझे कुछ पैसे दो।
उन्हें थोड़ी दवा की जरूरत हैं।

संख्यावाचक विशेषण कहतें हैं

संख्यावाचक विशेषण संज्ञा या सर्वनाम की संख्या का बोध करवाने वाले विशेषण शब्द संख्यावाचक विशेषण कहलाते हैं। संख्यावाचक विशेषण दो प्रकार के होते हैं (i) निश्चित संख्यावाचक विशेषण (ii) अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण

निश्चित संख्यावाचक विशेषण : जो विशेषण संज्ञा या सर्वनाम की निश्चित संख्या का बोध करवाते हैं , उन्हें निश्चित संख्यावाचक विशेषण कहते हैं।

जैसे: आज मैनें चार पूरियाँ खाई।
उसने मुझे दो थप्पड़ मारा।
मैंने आज चार पिक्चर देखा।
आज हमने दो रुपये के दो सिक्के पाए।

अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण: जो विशेषण संज्ञा या सर्वनाम की किसी निश्चित संख्या का बोध नहीं करवाते, उन्हें अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण कहते हैं।

जैसे: सभी बच्चे दौड़ रहे हैं।
कुछ विद्यार्थी अनुपस्थित है|
कुछ चोर पुलिस के हाथो से बच गये।
सभी के जीवन में कुछ न कुछ परेशानिया होती हैं।

सार्वनामिक विशेषण कहते हैं

सार्वनामिक विशेषण: ऐसे सर्वनाम, जो संज्ञा पदों के साथ लगकर उनकी विशेषता प्रकट करते हैं, उन्हें सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। सार्वनामिक विशेषणों में सर्वनाम किसी संज्ञा की ओर संकेत करते हैं , इसलिए इन्हें ‘ संकेतवाचक विशेषण ‘ भी कहते हैं।

जैसे: क्या तुम उसे जानते हो?

विशेषण से जुड़े कुछ सवाल

प्रश्न: विशेषण किसे कहते हैं

उत्तर: जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम के बारे में विशेषता बताते हैं या उनके बारे में कुछ अतरिक्त जानकारी प्रदान करते हैं, उन्हें विशेषण कहते हैं। विशेषण शब्द संज्ञा या सर्वनाम के रूप – रंग , गुण – दोष , दशा अवस्था , आकार प्रकार संबंधी विशेषताएँ व्यक्त करते हैं।

प्रश्न: विशेष्य किसे कहते हैं

उत्तर: जब किसी भी वाक्य में विशेषण जिन संज्ञा या सर्वनाम शब्दों की विशेषता के बारे में बताया जाता है उन्हें विशेष्य कहते हैं। अत: हम सकते है की संज्ञा और सर्वनाम ही विशेष्य कहलाते हैं।

प्रश्न: विशेषण की पहचान कैसे होती है?

उत्तर: जब भी किसी वाक्य में विशेषण का पता करना होता हैं तो ऐसे में वाक्यों में संज्ञा या सर्वनाम के पहले कैसा/कैसी/कैसे अथवा कितना/कितनी/कितने को जोड़कर प्रश्न करने पर जो उत्तर मिलता हैं उसे विशेषण कहते हैं।

इस लेख के बारे में:

तो आपने इस लेख में जाना की विशेषण किसे कहते हैं? इस लेख को पढ़कर आपको कैसा लगा आप अपनी राय हमें कमेंट कर सकते है। इस लेख में सामान्य तौर पर किसी भी प्रकार की कोई गलती तो नहीं है लेकिन अगर किसी भी पाठक को लगता है कि इस लेख में कुछ गलत है तो कृपया कर हमे अवगत करे। आपके बहुमूल्य समय देने के लिए और इस लेख को पढने के लिए allhindi की पूरी टीम आपका दिल से आभार व्यक्त करती है।

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